"". अमीर कैसे बने ? अमीर कैसे बनते हैं ? अमीर लोग क्या सोचते हैं ? how to become rich ? How do you become rich? What do rich people think?

अमीर कैसे बने ? अमीर कैसे बनते हैं ? अमीर लोग क्या सोचते हैं ? how to become rich ? How do you become rich? What do rich people think?

Start Getting Rich अमीर बनने की शुरुआत


आप अमीर बनने की शुरुआत करना चाहते हैं। लेकिन आपको यह पता ही नहीं है कि शुरुआत कहां से करें। इसमें परेशान होने जैसी कोई बात नहीं है, क्योंकि आप अकेले ही ऐसे व्यक्ति नहीं हैं। अमीर बनने के लिए क्या करें, कहां से इसकी शुरुआत करें' जैसी बातों को लेकर पहले अधिकतर लोगों की एक-सी हालत होती है।


 एक पत्रिका में प्रकाशित एक लेख के अनुसार मनमाफिक नौकरी न मिलने, योग्यता के अनुसार वेतन या काम न मिलने, समय से अधिक काम करवाने, जिस काम के लिए रखा गया हो उसके बदले दूसरे काम भी करवाने, बॉस की डांट आदि की वजह से अनेक लोग अमीर बनना चाहते हैं ताकि उन्हें किसी दूसरे के सामने बार-बार अपमानित न होना पड़े।


आंकड़ों के अनुसार 85 प्रतिशत लोगों को यह पता ही नहीं होता है कि अमीर बनने की शुरुआत कहां से करें। 15 प्रतिशत लोग इस बारे में बिनाकुछ सोचे-समझे कोई भी काम शुरू कर देते हैं। 20 प्रतिशत लोग दूसरों की सफलता को देखकर काम शुरू कर देते हैं। जब वे सफल नहीं होते हैंखुद को दोष देने की बजाय दूसरों को दोष देते हैं या अपनी किस्मत कोदोष देने लगते हैं। बिना सोचे-समझे, बिना तैयारी, बिना जानकारी के किसीभी काम को शुरू करना नुकसानदायक होता है।


विशेषज्ञों के अनुसार अमीर बनने के लिए तीन बातों पर ध्यान देने कीआवश्यकता होती है। पहली बात यह कि आप वही काम करें जिसके बारेमें आपको अच्छी जानकारी हो। बिना जानकारी के किसी भी बिजनस को
शुरू करना नुकसानदायक साबित होता है।




दूसरी बात यह कि आप अपने किसी पहचान वाले, रिश्तेदार मादल जो किसी काम को कर रहे हैं और उस काम में अच्छापमा कमा रहे हैं। उनसे कुछ गर हासिल कर उस काम को शुरू कर सकते हैं। इस बात का ध्यान रखें कि जिससे सलाह लें, वह आपका हितेषीहा कहीएमा हो बात यह कि किसी विशेषज्ञ से सलाह लें और उसके निर्देश पर किसी काम कि वह आपको गलत सलाह दे दे और आपको नुकसानउठाना पड़ा ती की शुरुआत करें।



 किसी भी काम को शुरू करने के पहले उसके बारे में अपेक्षित जानकारी होनी ही चाहिए। जिस तरह से आप हॉकी, क्रिकेट, बॉलीबान
काम का चुनावjob selection


आदि किसी भी तरह के गेम के बारे में अपेक्षित जानकारी रखे बिना उस गेम को सही तरीके से नहीं खेल सकते और न ही जीत हासिल कर सकते हैं। गेम खेलने के पहले आपको गेम के नियम, गेंद का आकार व वजन
कितना है, फील्ड की लंबाई-चौडाई, खिलाड़ियों की संख्या आदि के बारेमें जानकारी होना जरूरी है। 




इससे भी अधिक आवश्यक है कि खेल का आरंभ कब, कहां और कैसे हुआ? अब किन-किन देशों में खेला जाता है। सबसे अधिक किन देशों में लोकप्रिय है? इस खेल के बड़े खिलाड़ी कौन-कौन हैं? उनकी उपलब्धियां क्या हैं? आदि बातों की जानकारी भी होनी चाहिए। तभी आप उस खेल के माहेर जिलाई बन जाते हैं इस तरह अमीर बनने के लिए किसी भी कार्य शुरू करने के पहले उसके बारे में जानकारी होने चाहेर जिस कार्य के शुरू कर रहे हैं, उसके बारे में पूरे व सह जानकारी होन रूल्लत के शत-प्रतिशत गाये हर है।

चंदन के कमिश कसले बनाने के फैकी मुझेश की
अच्छी कमाई देखकर चंदन-मसले बनने के शुरू कर दी।
चंदन के इस बिजनेस के बारे में कई कई अनुभव था   उसने जितने जोर-शोर से शुरू किया, उसे ही जल्द वह कम जमकर नई 

इसकी वजह यह थे कि मल उसने मारे पेज था वह बच्चो लालट क नहीं था पुरानी मशीन से पसे जाने की वजह से उसकी पिसाई भी अच्छी नहीं थी उसके सम अधिक से उसकी पैकी अकर्षक नहीं थी। जिसकी वजह से लोग ने उसके मल को पद नह किया और चंदन को अपने काम में सफलता मिली।


अमोर बनने के लिए किसी काम को शुरुजन को हल्के में
नहीं लेना चाहिए। यह जमीन से कि काम शुरू करते हो सापक उसमें सफलता मिल जाएगी और बार रात अमर बन जागो


काम का चुनाव. Job Selection


कुछ दिन पहले मेरी मुलाकात अपने एक दोस्त से हुई। वह अपने छोटे से शहर में विक्रम सवारी गाड़ी चलवा रहा था। लाभ के बारे में पूछने पर उसने बताया कि पिछले दो माह से एक रुपये की भी कमाई नहीं हुई है।
ड्राइवर का पैसा भी वह जेब से दे रहा है। मेरे दोस्त ने जल्दी से जल्दी रुपये कमाने के लिए सवारी गाड़ी में अच्छा लाभ देखकर यह काम शुरू कर दिया था। घर में रहकर वह इस काम को देखने लगा। डाइवर ने इसका फायदा उठाया। वह आए दिन गाड़ी बिगड़
जाने की बात कह कर अपने मालिक से रुपये लेने लगा। दोस्त ने भी ड्राइवर पर विश्वास किया। कई महीने तक जब उसे लाभ नहीं मिला तब उसे यह बात समझ में आई कि डाइवर गाड़ी पर ध्यान नहीं दे रहा है या वह झूठ
बोल कर उससे पैसा ले रहा है। मोटर गाड़ियों का काम देखने वाले हीरालाल का कहना है कि मोटर
गाड़ियों का काम काफी मेहनती और चतुर लोगों का काम है। इसमें जरा सी भी चूक हुई नहीं कि आपको नुकसान पहुंचना ही है। यह कार्य उनके लिए
सही है जो मोटर लाइन के बारे में अच्छी जानकारी रखते हैं। ड्राइवर यदि समय से नहीं आया तो गाड़ी लेकर आपको इसके लिए तैयार रहना होगा।
मोटर से अच्छी कमाई करना है तो रात-दिन गाड़ी के पीछे लगे रहना जरूरी है। यदि आप सोचते हैं कि बाहर निकले बिना इस काम को अच्छी तरह
करके लाभ कमा सकते हैं तो ऐसा करना असंभव है।




नकल तो किसी की भी की जा सकती है। नकल करने से क्या वह वही बन जाता है जिसकी वह नकल करता है? नकल करके आप सोनू निगम, केके, कुणाल गांजावाला, कैलास खेर बन जाएंगे। कभी नहीं। फिर आप नकल के पीछे क्यों भाग रहे हैं। नकल करने की बजाय आप प्रेरणा लें कि मुझे अजीम प्रेमजी, बिल गेट्स, शिव नाडर, घनश्यामदास बिड़ला, नारायण मूर्ति, करसनभाई पटेल जैसा अमीर व्यक्ति बनना है। उनकी प्रेरणा लेकर उनके जैसा काम करने, उनके जैसी ऊंचाई तक पहुंचने का संकल्प लें।


किसी भी व्यवसाय को शुरू करते समय इस बात का ध्यान रखें कि जो व्यवसाय शुरू कर रहे हैं वह कहीं पुराना तो नहीं हो गया है। पुराने व्यवसाय में लाभ कम होने या फेल होने की संभावना अधिक रहती है। कुछ ऐसे कार्य हैं जो शहर में फेल हैं, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में उनका क्रेज है।



Aksar sakha gaya ki Log bina choda samjha kisi bhi tarha ki business shuru karda ta hai .  आखिर में असफल होकर भाग्य को कोसने लगते हैं। Kisi ko dakha  dakhi  ya jo man ko passand  aya es business ko shuru lar diya तो ऐसा करने से सफलता मिलने की शत-प्रतिशत गारंटी नहीं रहती। किसी भी बिजनेस में उस वक्त ही मुनाफा मिलेगा, जब आप उसके बारे में अच्छी जानकारी रखेंगे।

जिस तरह से आपको गाने का शौक है। आपकी आवाज भी अच्छी है।
आप फिल्मी सिंगर के गाने बहुत अच्छी तरह से गा सकते हैं। लोग पहचान ही नहीं पाते हैं कि आप गा रहे हैं या उदित नारायण गा रहे हैं। इससे काम नहीं चलेगा। इसे नकल करना कहा जाएगा। किसी सिंगर की नकल करके आप अपनी पहचान नहीं बना सकते। इसकी नकल करके सफलता नहीं पा सकते। इसके लिए आपको किसी गुरु के पास रह कर गायन की शिक्षा लेनी होगी। तब जाकर आप सही रूप में सिंगर कहला सकते हैं।


नकल तो किसी की भी की जा सकती है। नकल करने से क्या वह वही बन जाता है जिसकी वह नकल करता है? नकल करके आप सोनू निगम, केके, कुणाल गांजावाला, कैलास खेर बन जाएंगे। कभी नहीं। फिर आप नकल के पीछे क्यों भाग रहे हैं। नकल करने की बजाय आप प्रेरणा लें कि मुझे अजीम प्रेमजी, बिल गेट्स, शिव नाडर, घनश्यामदास बिड़ला, नारायण मूर्ति, करसनभाई पटेल जैसा अमीर व्यक्ति बनना है। उनकी प्रेरणा लेकर उनके जैसा काम करने, उनके जैसी ऊंचाई तक पहुंचने का संकल्प लें।

किसी भी व्यवसाय को शुरू करते समय इस बात का ध्यान रखें कि जो व्यवसाय शुरू कर रहे हैं वह कहीं पुराना तो नहीं हो गया है। पुराने व्यवसाय में लाभ कम होने या फेल होने की संभावना अधिक रहती है। कुछ
ऐसे कार्य हैं जो शहर में फेल हैं, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में उनका क्रेज है।

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