"". शुभ कार्य करने में देरी नहीं करें, बुरे विचार को टालें - Abdul Faruk Ahmed

शुभ कार्य करने में देरी नहीं करें, बुरे विचार को टालें - Abdul Faruk Ahmed

 


शुभ काम में देरी क्यों why delay in good work

कोई काम शुरू करना चाहते हैं तो उसे शुरू करने में देरी न करें। देरीकरना आपके लिए नुकसानदायक है। डेविड वाल्स का कहना है कि आपजो कुछ भी शुरू करना चाहते हैं, उसे शुरू करने में देर न करें, वरना आप
दौड़ में पिछड़ जाएंगे। आज नहीं कल, अभी नहीं, कुछ
और दिन रुक जाते हैं, अगले महीने देखेंगे जैसी बातें आपके लिए अच्छी नहीं हैं, क्योंकि ये
बातें आपको अपना काम शुरू करने के लिए हमेशा रोकती रहेंगी। 

नवीन ने वर्षों पहले इवेंट कंपनी शुरू करने की सोची। लेकिन यह सोच
में ही रह गई। आज तक वह इसे शुरू नहीं कर सका। ऐसा नहीं कि इसे शुरू करने के लिए उसके पास पैसों की कमी या जानकारी का अभाव था।
इसकी वजह थी वह दूसरों की बातों पर अधिक ध्यान देता था। उनकी निगेटिव बातों को सुनकर डर जाया करता था। 

काम शुरू करते वक्त भी ऐसा ही हुआ। जब उसने अपने काम के बारे
में दोस्तों से कहा तो कुछ दोस्तों ने उसे बुरी तरह से डरा दिया। दोस्तों का कहना था कि इस काम को करने में काफी खतरा है। सैकडों इवेंट कंपनियां
शुरू होकर बंद हो गईं। कई सिलिब्रिटीज ने भी अपनी इवेंट कंपनी खोल रखी है। उन्हें अच्छा काम नहीं मिल पा रहा है। फिर तुम्हें इसके लिए कौन
पूछेगा। 
दोस्तों की बात उसे सही लगी। कंपनी शुरू करने का काम उसने रोक दिया। आज नहीं कल करते-करते कई साल हो गए पर वह अपनी कंपनी
शुरू नहीं कर पाया। वहीं वी.के. ने बुक स्टोर शुरू करने का मन बनाया। जब उसने इसे अपने दोस्तों के सामने रखा तो कुछ दोस्त उसे किताबों की दुकान पर ले गए।
  शुरू करने से इंकार कर दिया।  उन्होंने कहा कि आज के दौर में  लोगों के पास किताबें पढ़ने का समय कहां है?  नई तकनीक के कारण टीवी, कंप्यूटर, नेट आदि की वजह से लोगों ने किताबें खरीदना-पढ़ना बंद कर दिया।
  कर दिया है।  यह व्यवसाय आपके लिए घाटे का सौदा साबित होगा।


  वी .के ने उनकी बातों को नकारते हुए कहा कि यह बकवास है का किताब नहीं बिकती।  इन दिनों पहले से कहीं ज्यादा किताबें बिक रही हैं।  कोई बात नहीं कैसे  जब नई तकनीक आएगी तो लोग किताबें पढ़ना बंद नहीं करेंगे।  प्रिंट मीडिया
  यह एक ऐसा माध्यम है जिस पर लोगों की आस्था अधिक है।  सब खत्म हो गया
  यह कठिन है।  आज बुक स्टोर क्रॉसवर्ड, बड़े शहरों के मॉल में बना लैंडमार्क आप जा सकते हैं और भीड़ देख सकते हैं।  वीके आपका बुक स्टोर शुरू करने में देरी
  नहीं किया।  उनका काम अच्छा चला।


  अक्सर देखा जाता है कि लोग अमीर बनने के लिए कोई न कोई काम शुरू कर देते हैं।
  वे इसे करने का मन बना लेते हैं, लेकिन इसे अंजाम देने में उन्हें काफी समय लगता है। इसका कारण यह है कि ज्यादातर लोगों के मन में बिजनेस को लेकर कई तरह की बातें होती हैं। तरह-तरह के अच्छे-बुरे विचार आने लगते हैं।  कुछ करने का यह विचार
  से रोक।  किसी भी निर्णय के समय अपने सकारात्मक विचार रखे ध्यान देना चाहिए।


  उस समय आप दूसरों की सलाह मानने के बजाय अपने दम पर होते हैं। मुझ पर विश्वास करो।  इस बात पर ध्यान दें कि आपके आस-पास के लोग आपको कितना पसंद करते हैं  हैं?  आपको व्यवसाय शुरू करने से कौन मना कर रहा है?  क्या वे स्वयं कोई नकारात्मक विचारक नहीं हैं।  ऐसी सोच वाला कोई भीअच्छा काम करना बंद करो।  आगे बढ़ने की इच्छा
  सोख लेना।  उनके अंदर अपनी नकारात्मक ऊर्जा भरें।
  जब आप इन सभी बातों पर विचार करेंगे, तो आपके पास एक बहुत ही स्पष्ट दृष्टि होगी।
  आपको मिलेगा क्या करना है।  आपके कदम आगे
  एशिया के परफ्यूम किंग के नाम से मशहूर दादी बलसारा को उगाना शुरू कर देंगी
  कहने के लिए, "अगर किसी में व्यवसाय करने और एक नया काम शुरू करने का उत्साह है
  अगर इसे करने का मूल विचार हो तो दुनिया की कोई ताकत इसे रोक नहीं सकती। हमारे मन का डर ही हमें रोकता है।"
  विप्रो के प्रेमजी, एचसीएल के इन्फोसिस के एन. आर. नारायण मूर्ति, अगर शिव नादर ने अपना व्यवसाय शुरू नहीं किया होता, तो क्या वे आज यह व्यवसाय शुरू कर देते?
  लक्ष्य हासिल कर सके।  क्या वे आज अमीर लोगों की कतार में हैं?
  शामिल हो सकता है।  बिना शुरुआत किए कुछ भी हासिल न करें
  हो सकता है।  कंप्यूटर का निर्माण करते हुए बिल गेट्स दुनिया भर में
  सबसे अमीर आदमी बन गया।  उन्होंने कंप्यूटर निर्माण शुरू नहीं किया
  अगर होते तो आज वो अमीर आदमी नहीं होते।  उन्होंने उस समय कंप्यूटर का निर्माण किया था।
  मांग में नहीं होने पर शुरू किया।  इसके बावजूद बिल गेट्स कंप्यूटर बनाना शुरू किया।


  बिल गेट्स ने कंप्यूटर निर्माण की शुरुआत तब की थी जब कोई मांग नहीं थी।  लेकिन उसने कंप्यूटर का भविष्य देख लिया था।  वो समझ गए
  काश आने वाले समय में कंप्यूटर लोगों की खास जरूरत बन जाते.
  जाएगा इसके बिना चलना मुश्किल होगा।  उस समय बिल गेट्स के कंप्यूटर के प्रति दीवानगी को देखकर कई लोगों ने उन्हें पागल कहा था।
  दिया था।  नकारात्मक सलाह लेकर कंप्यूटर का निर्माण रोकने की कोशिश
  का।  वे किसी की बात की परवाह किए बिना अपना काम करते रह  आखिर उसे सफलता मिल ही गई।


  कहने का मतलब है कि आप धन के शिखर पर पहुंचना चाहते हैं। यदि हां, तो चढ़ाई शुरू करें।  जब तक आप चढ़ना शुरू नहीं करते आप शीर्ष पर नहीं पहुंच सकते।  अंग्रेजी में एक कहावत है - 'शुरू होगा' आधा हो गया मतलब किसी भी काम को शुरू करना आधे काम का होता है। 




सफल होने के लिए जरूरी है जुनून - Patrika




पूर्क्या  आप ऐसे कोई व्यक्ति को ढूंढ़ कर ला सकते हैं, जिसमें जुनून न
हो और वह सफलता की ऊंचाइयों को छुआ हो। अर्थशास्त्र के विशेषज्ञ
मार्टिन हिंगस बारबार दोहराते हुए कहते हैं कि सफलता की ऊंचाइयों को
छूना है तो जुनूनी बनें, जुनूनी बनें, जुनूनी बनें। जिस चीज को हासिल करना
चाहते हैं, उसका जुनून होना जरूरी है। तब जाकर सफलता आपके कदमों
में होगी।
अमीर बनाना चाहते हैं तो रुपये कमाने का जुनून हो, एक सफल बिजनेसमैन बनना चाहते हैं तो बिजनेसमैन बनने का जुनून हो, कुछ कर
दिखाना चाहते हैं तो आपके अंदर उस बात के प्रति जुनून होना जरूरी है। तभी उसे हासिल किया जा सकता है। अगर किसी में बिजनेस करने का
जुनून हो और नया कुछ करने का विचार हो तो उसे दुनिया की कोई भी ताकत सफल होने से नहीं रोक सकती। आपके अंदर भी सफल कारोबारी
बनने का जुनून है, कुछ कर दिखाने का जुनून है। आपके अंदर दौलत कमाने का जुनून इस तरह से समाया हुआ है कि उठते-बैठते, सोते-जागते आपको
सिर्फ दौलत कमाने की ही धुन सवार है तो आप कम रुपये में भी अपना काम शुरू करके अमीर बन सकते हैं।
घोड़ों को रेस के लिए तैयार करने का काम पुरुषों द्वारा ही किया जाता है। इस क्षेत्र में एक महिला द्वारा इस काम को करना असंभव ही माना जाता
था, लेकिन अमिता मेहरा ने यह कर दिखाया। उन्होंने यह दिखा दिया किमन में किसी काम को करने का जुनून हो तो किसी काम को पुरुष ही नहीं
बल्कि उस काम को महिला भी कर सकती है।
अमिता मेहरा के अंदर जुनून था। वह भी घोड़ों को रेस के लिए तैयार करना चाहती थी। जब उसने अपने पिता के सामने यह बात रखी कि वह
भी यह काम करना चाहती है। तब उसके पिता ने समझाया कि यह काम
पुरुषों का है। यह तुम नहीं कर सकतीं। अमिता ने अपने पिता की बात नहीं मानी। वह इस काम को करने की जिद करती रही। अमिता के अंदर इस
काम को करने की जिद और जुनून को देखकर उसके पिता ने सीखने की अनुमति दे दी।बेहतरीन किस्म के घोड़ों को रेस के लिए तैयार करना कोई आसान
काम नहीं है। लेकिन अमिता मेहरा के जुनून ने वह काम कर दिखाया। बचपन से अमिता को घोड़ों के प्रति एक विशेष लगाव था। वह हमेशा घोड़ों को रेस के लिए तैयार करने के बारे में सोचती रहती थी। जब वह इस बारे
में किसी से चर्चा करती तो उसे इस काम को करने के लिए मना किया जाता। उसे समझाया जाता था कि यह पुरुषों का काम है। इसे महिलाएं नहीं कर सकती हैं।


अमिता ने हॉर्स ट्रेनिंग के लिए तैयारी शुरू कर दी। सन् 1990 में उसनेआयरलैंड स्थित आइरिश नेशनल स्टड सेंटर से 'अश्व विषयक' में डिप्लोमा
हासिल किया। इस डिप्लोमा को हासिल करने वाली वह पहली भारतीय महिला थी। अमिता ने भारत आकर रेस के लिए घोड़ों को ट्रेनिंग देना शुरू किया और इंडियन डर्बी का खिताब भी हासिल किया। आज वह देश की एक व्यस्त हॉर्स ट्रेनर है। अमिता के हॉर्स ट्रेनर बनने
के जुनून ने ही उसे शौहरत और दौलत दी। उषा स्टड फॉर्म के घोड़ों ने अनेक रिकॉर्ड कायम किए हैं। पिछले 25 सालों में 150 विजेता घोड़े इसी
फॉर्म की देन हैं। जिनमें आठ इंडियन डर्बी चैंपियन और छ: इंडियन टर्फ इन विटेशन कम विजेता हैं।
आप अमीर बनना चाहते हैं तो आप में अमीर बनने का जुनून होना चाहिए। क्योंकि जुनून उन चीजों को हासिल करवाता है, जो आप पाना चाहते हैं। आपका जुनून जितना जबर्दस्त होगा, आपकी कामयाबी भी उतनी
ही जबर्दस्त होगी। हेनरी फोर्ट कहते हैं कि अगर आप में जुनून है, तो आप कुछ भी हासिल कर सकते हैं। जुनून सभी प्रगति का स्रोत है। यह नहीं तो
सिर्फ बहाने हैं।
        



      कार दिखाए जो कारना हो



आज नहीं, कल के जाल में मत पड़ो।  अगर आप इस पृष्ठभूमि में रहते हैं, तो जीवन
  पसोपेश रहेगा।  मजबूत और सकारात्मक की सुबह के बारे में तुरंत सोचें आवेदन करें और अपने लक्ष्य की ओर कूदें।  सफलता आपके सामने होगी और
  आपका सपना हकीकत बन जाएगा।  देर मत करो, कल तक मत देरी करो।
  आज से शुरुआत करें।  हर काम को आज ही पूरा करने का लक्ष्य रखें इसे बनाओ।  आपने एक कहावत तो सुनी ही होगी कि कल कभी नहीं आता।
  फिर कल का इंतजार क्यों?  कल को सोना और आज सोना को जीवन का लक्ष्य बना ले
  करो, आज करो, अभी सो जाओ।
  जो कल का इंतजार करते हैं।  वे बस इंतजार करते हैं।  उनका  क्योंकि कल कभी नहीं आता।  सब कुछ आज पर निर्भर करता है।  प्रगति आज
  आज के भविष्य की संभावना का सूचक है।  आज कौन दयालु है  उसे सब कुछ मिलता है।  अगर आप कुछ करना चाहते हैं तो आज के दिन पर विश्वास करें




बो karo jo ap karna  chahta hai
  चार्ल्स कैड्रिन जनरल मोटर्स रिसर्च कॉरपोरेशन के उपाध्यक्ष थे। वे लंबे बड़े हैंडल के बजाय छोटी चाबी को घुमाकर शुरू करते हैं ऑटोमोबाइल बनाने में लगे हुए हैं।  प्रारंभ में एक बड़ा 'Z' आकार
  कार का हैंडल घुमाकर स्टार्ट करना था।  यह सबका है
  के लिए सुविधाजनक भी नहीं था।  इसके लिए कुछ के लिए काफी कष्टप्रद होना ही था।

  
  चार्ल्स जब एक हैंडल के बजाय एक छोटी सी कुंजी से शुरू करते हैं जब उन्होंने शोध करना शुरू किया तो लोग उनके बारे में बहुत सी बातें कहने लगे।  लोग
  माना छोटी चाबी से इतनी बड़ी कार कैसे स्टार्ट करें
  क्या यह असंभव है।  चार्ल्स को इस सब की परवाह नहीं हँ  जिस दिन से उन्होंने अपना शोध शुरू किया था, उसी दिन से उन्होंने अपना शोध शुरू कर दिया था
  मोटर-कार के लिए एक छोटी सी चाबी बनाने की सोची।  वह आखिरकार ये करिश्मा दिखा।
  मोटर एक छोटी सी चाबी से शुरू हुई।  यह सब कमाल है चार्ल्स कैड्रिन की, जिसने एक छोटी सी चाबी से मोटर शुरू करने के बारे में सोचा
  और बनाने में लग गए।  आखिरकार सफलता उनके हाथ में आ गई। जब वे अपना पेटेंट कराने पहुंचे।  उसके बाद कई लोगों के पास एक ही चाबी है
  पेटेंट कराने पहुंचे।  क्योंकि चार्ल्स सबसे पहले पहुंचे थे।  यह पेटेंट  उन्हें दिया गया।  अगर अपना काम शुरू करने में थोड़ी देर हो गई हो तो तो यह पेटेंट किसी और के नाम पर होगा। एक दिन चार्ल्स ने बताया अपनी सफलता का राज
  जो पत्थर का टुकड़ा उन्हें मिला था।  जिस पर आज लिखा था।  आj  मेरे विश्वास का प्रतीक बन गया है।  किसी भी काम को टालने के बजाय मैंने किया
  आज करने का फैसला किया।  कल पर ध्यान नहीं दिया।  कल आ रहा है नहीं ध्यान दिया।
  मैं अपने काम में लगा रहा।  कोशिश जारी रखी।  अभी - अभी आज...बस आज और बस अपना ध्यान आज पर रखें। केवल और'आज' में सफल हूं। किसी काम को आज से शुरू करना ही सफलता का
प्रतीक है। आज मुझे जो सफलता मिली है वह अपने काम को आज पूरा
करने की वजह से मिली है।
जो भी करो आज करो और सफल हो जाओ। 'आज' पर विश्वास करना, आज में जीना, आज को पहनना, आज को ओढ़ना अमीरी की ओर
ले जाता है। जो बीत गया उसे भूल जाएं। जो आज है उसे याद करें। जो कुछ करना है आज करें। आने वाला कल भी 'आज' बन कर ही आपके सामने
आता है। फिर कल का इंतजार क्यों? क्योंकि कल कभी नहीं आता है। कल
हमेशा कल ही बना रहता है। आज सिर्फ आज होता है।


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